धान की नर्सरी कैसे करें तैयार इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होने के कारण काफी किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। क्योंकि (Dhan) नर्सरी तैयार करने के लिए अच्छे से जानकारी होना काफी आवश्यक हो जाता है। जिससे अच्छी धान की किस्म तैयार हो जाती है। अधिकतर किसानों के द्वारा किसी दूसरी जगह से धान खरीद कर लाई जाती है। जिससे खर्चा काफी अधिक हो जाता है। अगर किसान खुद की नर्सरी तैयार करता है। तो लागत काफी कम होती है। इस लेख में जानेंगे धान की नर्सरी कैसे करें तैयार, इसकी पूरी जानकारी।
धान की नर्सरी कैसे करें तैयार : धान की नर्सरी तैयार करने के लिए क्या करें :
धान की खेती करने में किसानों को काफी अधिक खर्च उठाना पड़ता है। लेकिन अगर किसान खुद की धान की नर्सरी तैयार करता है। तो होने वाली लागत को कम किया जा सकता है। लेकिन आपको नर्सरी तैयार करने के लिए पूरी जानकारी होनी चाहिए। काफी किसान साथी इस चिंता में रहते हैं की धान की नर्सरी तैयार कैसे करें। धान की नर्सरी कैसे करें तैयार, यह करने के लिए अधिक मेहनत की जरूरत नहीं होती है। लागत काफी अधिक बचाई जा सकती है।
वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर किसान अपनी धान की नर्सरी तैयार कर सकते हैं। इसमें किसानों को क्यारियों की लंबाई चौड़ाई, बीज की पूर्ण मात्रा, संतुलित खाद उर्वरकों का सही उपयोग, खरपतवारों के नियंत्रण हेतु बीज उपचार का सही तरीका अन्य जानकारियां शामिल हैं।
क्यारियों को करें तैयार
जो किसान धान की खुद की नर्सरी तैयार कर रहे हैं उन्हें सावधानियां बरतनी चाहिए। इसके लिए किसानों को आधार तथा प्रमाणित बीजों का उपयोग करना चाहिए। धान की पौध तैयार करते समय यह ध्यान रखे की लंबाई 8 मीटर की होनी चाहिए और चौड़ाई 1.5 मीटर की क्यारी बना लें। जब तक नए पौधे तैयार नहीं होते हैं पक्षियों से होने वाले नुकसान को ध्यान रखें। शुरवात के दो तीन दिन के लिए बीज को पुआल से ढक दें। इसके बाद आपको पानी की पतली सतह से गारे वाली सीठती रखनी चाहिए। बनाई गई नर्सरी की क्यारियों पर बीज को समान रूप छिड़काव करें।
नर्सरी तैयार करने के लिए धान के कितने बीज की जरूरत
किसानों को धान की नर्सरी तैयार करने के लिए मध्यम प्रजातियों के लिए 40Kg मोटे तथा धान हेतु 45kg और बासमती वाली प्रजातियों के लिए 20 से 25kg बीज की आवश्यकता होनी चाहिए। धान को बोन से पहले आपको 4ग्राम ट्राईकोडर्मा या कार्बोडिजियम 2.5 ग्राम या थिरम से बीज उपचार कर लेना चाहिए। जहां पर जीवाणु झुलसा अथवा जीवाणु धारी रोग की समस्या अधिक है। वहा पर आपको 25kg बीज के लिए स्ट्रेप्टोसाइकिल 4ग्राम या प्लांटोमाईसीन 40 ग्राम में मिलाए, इसे रात भर भिगो देना चाहिए। इसमें 24 घंटे से 36 घंटे तक जमाव होने दे। बीच बीच में पानी का छिड़काव करना चाहिए। दूसरे दिन इसे छाया में सुखाकर नर्सरी में डाले दे।
धान की नर्सरी में कितनी खाद डालनी चाहिए
यह आवश्यक हो जाता है कि धान की अधिक उपज लेने के लिए नर्सरी में सही मात्रा में खाद और उर्वरकों का उपयोग होना जरूरी है। ताकि नए पौधे की बढ़वार सही हो सके। 10 क्विंटल सड़ी हुई खाद को 1000 वर्गमीटर छेत्र में डालना चाहिए। 10kg DAP , 2.5kg जिंक सल्फेट जुताई करने से पहले मिट्टी में मिलनी चाहिए। दस से बारह दिनों में अगर पता पीला पड़ने लग जाए तो एक सप्ताह के अंतराल पर 10kg यूरिया डाल दें।
नर्सरी में खरपवार नियंत्र के लिए क्या करें
बुआई करने से 1 या 2 दिन पहले पायराजोसल्फ्यूरॉन 250ग्राम प्रति हैक्टेयर के अनुसार पौधे निकलने से पहले छिड़काव कर दे। इसके लिए किसानों को शाकनाशी को 10 से 15kg की मात्रा में 1000 मीटर रेत में मिलाए। अब इसे नर्सरी की क्यारियों में एक समान मात्रा में छिड़कव कर दे। 1 से 2 cm पानी को भरा रहने दे। इससे खरपतवार एक समान फैल जाएगा।
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निष्कर्ष : आज की जानकारी में आपने जाना (Dhan ka bhav) धान की नर्सरी तैयार कैसे करें। हर रोज इसी प्रकार से किसानों से संबधित सभी जानकारियां जैसे – आज का मंडी भाव, फ़सल तेज़ी मंदी रिपोर्ट, सरकारी योजना, सब्सिडी योजना, फसल बीमा क्लेम लिस्ट, या अन्य सभी जानकारियां प्राप्त करवाई जाती है। mandinews.in whats app grup से जुड़े।
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उतर – इसके लिए आपको काफी सावधानियों की जरूरत होती है।